बंधन खोलकर अंतरमन के बस सृष्टि में सम्मलित होने....... बंधन खोलकर अंतरमन के बस सृष्टि में सम्मलित होने.......
देश में हम नहीं बसते देश हम सब में बसता है सुनो ‘आजाद’ ऐसे मुल्क को कोई छू नहीं सकता देश में हम नहीं बसते देश हम सब में बसता है सुनो ‘आजाद’ ऐसे मुल्क को कोई छू न...
विश्राम की इच्छा नहीं मैं ही मेरा विश्राम हूँ मैं ही मेरी दुविधा सही मैं ही मेरा समा विश्राम की इच्छा नहीं मैं ही मेरा विश्राम हूँ मैं ही मेरी दुविधा सही मै...
जीवन है थोड़ा क्या पाया क्या खोया, रखा हिसाब नहीं, जीवन है थोड़ा क्या पाया क्या खोया, रखा हिसाब नहीं,
थके हारों को कुछ क्षण का विश्राम है नव युग निर्माण को अनंत आयाम है बुझ चुके दीपक में भी संभावना तम... थके हारों को कुछ क्षण का विश्राम है नव युग निर्माण को अनंत आयाम है बुझ चुके दी...
गुरुजी मार में जादू होवे। अच्छे-खासों की अक्ल, ठिकाने लगा देवे। गुरुजी मार में जादू होवे। अच्छे-खासों की अक्ल, ठिकाने लगा देवे।